समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के पुतले पर पहले थूका गया फिर लगाई गई आग।

समाजवादी पार्टी के पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य के द्वारा रामचरितमानस को लेकर की गई टिप्पणी से उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। करोड़ों करोड़ हिंदुओं के अति प्राचीन एवं पौराणिक ग्रंथ रामचरितमानस पर उंगली उठाना कहीं ना कहीं स्वामी प्रसाद मौर्य सहित पूरे समाजवादी पार्टी के लिए नुकसानदाई सिद्ध हो रहा है। प्रतिदिन देश के अलग-अलग हिस्सों से सनातनियों के विरोध का स्वर मुखर हो रहा है। कहीं ना कहीं सनातन धर्म के अनुयायियों को यह बात हजम नहीं हो रही है और लगातार स्वामी प्रसाद मौर्या तथा समाजवादी पार्टी का विरोध करते नजर आ रहे हैं। ऐसे में आज अमेठी कस्बे स्टेशन रोड तिराहे पर में सनातनियों ने एकत्रित होकर स्वामी प्रसाद मौर्य मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए उनके पुतले को जमीन पर फेंक कर पहले उस पर थूका उसके बाद उसमें आग लगाकर पुतला दहन किया । इस मौके पर मौजूद एडवोकेट उपेंद्र शुक्ला ने बताया कि स्वामी प्रसाद मौर्य के द्वारा जिस प्रकार सनातन धर्म और रामचरितमानस के ऊपर कुठाराघात किया गया है इस धर्म ग्रंथ को विश्व में पढ़ाया और पढ़ा जाता है इस पर पीएचडी और शोध हो रहे हैं। आदि गुरु शंकराचार्य से लेकर आज तक जितने भी लोग हुए हैं सभी रामचरितमानस की दिल और मन से पूजा करते हैं। उन्होंने करोड़ों हिंदुओं की आस्था पर और साधु-संतों की आस्था पर कुठाराघात किया है । जिसके लिए सनातन धर्म उन्हें कभी क्षमा नहीं करेगा। या तो वह सनातन धर्म से और साधु-संतों से क्षमा मांगे नहीं तो हम लोगों के द्वारा उनके जीवन को लेकर कुछ अपशब्द भी कहा जाएगा तो भी बुरा नहीं होगा क्योंकि उन्होंने रामचरितमानस के विषय में अपशब्द कहा है इसलिए वह भी अपशब्द सुनने के लिए तैयार रहें। वहीं पर मौजूद एडवोकेट देव प्रकाश पांडेय ने बताया कि सनातन धर्म एक ऐसा धर्म है जो दुनिया में सबसे बड़ा और सबसे प्राचीन धर्म है। या फिर यूं कहें कि सभी धर्मों की उत्पत्ति यहीं से हुई है तो यह अतिशयोक्ति नहीं होगी। इस पर समय-समय पर विरोधियों और विधर्मियों के द्वारा आघात किए जाते रहे हैं और उसी के क्रम में अपने ही सनातन धर्म के बिगड़े हुए मूर्ख व्यक्ति स्वामी प्रसाद मौर्या के द्वारा इस प्रकार अभद्र टिप्पणी कर न केवल रामचरितमानस का अपमान किया है बल्कि विश्व स्तर पर अरबों सनातनियों का अपमान किया गया है। जो रामचरितमानस प्रकृति की पूजा करने का निर्देश देता है जो रामचरितमानस स्त्री और नदियों के सम्मान करने की बात कहता है। उस रामचरितमानस पर इस प्रकार की अनर्गल टिप्पणी करना सिर्फ मूर्खता का परिचायक है। वहीं पर भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष अमेठी अजय कुमार तिवारी ने बताया कि आज हम सनातनियों ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य का पुतला फूंका है। इन्होंने रामचरितमानस जैसे पवित्र ग्रंथ पर अभद्र टिप्पणी की है जो सनातनियों के बर्दाश्त करने लायक नहीं है और ना ही करेंगे।