मिशन 2024: भाजपा का मास्टर प्लान तैयार, हारी सीटों को जीतने के लिए नड्डा-शाह ने शुरू की ताबड़तोड़ रैलियां

लखनऊः पिछली 16-17 जनवरी को दिल्ली में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से लखनऊ लौटा भाजपा का प्रदेश नेतृत्व अब कार्यकारिणी में मिले संदेशों को जमीन पर उतारने में जुट गया है। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिशन 2024 के मद्देनजर रोडमैप दिया है। इसी रोडमैप को अमली जामा पहनाने और पिछले लोकसभा चुनाव में हारी हुई 14 सीटों को जीतने की रणनीति बनाने के लिए 22 जनवरी को भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक 22 जनवरी को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में प्रस्तावित है।
कार्यसमिति की बैठक में ये नेता होंगे शामिल-
इस बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई अन्य केंद्रीय मंत्रियों को आमंत्रित किया गया है। जेपी नड्डा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत ही प्रदेश में काशी और गाजीपुर से की है। नड्डा गुरुवार को काशी में थे। शुक्रवार को गाजीपुर में रैली भी की। उधर अमित शाह 30 जनवरी को पश्चिम के सहारनपुर और बिजनौर में जनसभा करेंगे। वह श्रावस्ती और अम्बेडकरनगर के दौरे पर भी जा सकते हैं। ये दोनों नेता चुनाव तक लगातार उत्तर प्रदेश आते रहेंगे।
2019 में हारी सीटों पर जीतने का है विशेष फोकस-
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को रायबरेली, श्रावस्ती, अम्बेडकरनगर, मुरादाबाद, सहारनपुर, बिजनौर, संभल, घोसी, अमरोहा, मैनपुरी, नगीना, गाजीपुर, जौनपुर, लालगंज, आजमगढ़ और रामपुर में हार का सामना करना पड़ा था। इनमें सपा प्रमुख अखिलेश यादव के इस्तीफा देने के कारण आजमगढ़ और सपा सांसद आजम खां के रामपुर सीट छोड़ने पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने ये दोनों सीटें समाजवादी पार्टी से छीन ली थीं। भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में इन्हीं हारी हुई सीटों को जीतने के लिए मास्टरप्लान तैयार किया है।
2024 के लिए 14 सीटों पर विशेष नजर-
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा और उसके सहयोगी अपना दल ने 64 सीटें जीती थीं। इनमें से भाजपा ने उपचुनाव में आजमगढ़ और रामपुर सीट की सीट अपने कब्जे में कर ली है। बाकी रह गईं 14 सीटों को 2024 के लोकसभा चुनाव में जीतने के लिए पूरी ताकत झोंकने की तैयारी कर ली है। इन सीटों को जीतने के लिए केन्द्रीय नेतृत्व ने कमान संभाल ली है। इसके तहत भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केन्द्रीय अमित शाह समेत सभी केन्द्रीय मंत्रियों को इन हारी हुई सीटों की जिम्मेदारी दी जाएगी।