उत्तर प्रदेश में भारत बंद पूरी तरह से बेअसर
लखनऊ। लखनऊ, बाराबंकी, गोरखपुर, बलिया समेत उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में सोमवार को भारत बंद पूरी तरह से बेअसर रहा। प्रदेश के सभी जिलों में सुबह से शाम तक सामान्य दिनों की तरह सभी दुकानें एवं व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले रहे। देर शाम तक किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं हैं।
सैन्य भर्ती की अग्निपथ योजना के विरोध में आहूत इस भारत बंद को कांग्रेस और वामपंथी संगठनों का समर्थन था। इसके मद्देनजर उत्तर प्रदेश पुलिस सुबह से ही पूरी सतर्कता बरत रही थी। अधिकतर जिलों में संदिग्ध लोगों को हिरासत में ले लिया गया। अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार के मुताबिक भारत बंद के मद्देनजर 141 कम्पनी पीएसी की और 10 कम्पनी अर्धसैनिक बल की तैनात रही। उन्होंने कहा कि प्रदेशस्तर पर छोटे-बड़े 39 मामले पंजीकृत किये गये हैं, 475 लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं 330 लोगों को गम्भीर धाराओं में गिरफ्तार किया गया। आगे जो लोग सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले मिले हैं, उनसे वसूली भी की जाएगी।
अपर पुलिस महानिदेशक रेलवे पीयूष आनन्द ने कहा कि भारत बंद के मद्देनजर रेलवे पुलिस चप्पे-चप्पे पर नजर बनाये हुए थी। जीआरपी, आरपीएफ के जवानों ने सुबह से ही गस्त किया और कोई संदिग्ध दिखने पर उससे पूछताछ की। वाराणसी, गोरखपुर, बलिया, प्रयागराज जैसे संवेदनशील जिलों में पूरी तरह चाकचौबंद व्यवस्था रखी गयी और देर शाम तक कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आयी।
दिल्ली-एनसीआर से सटे उत्तर प्रदेश के जिलों में विशेष सतर्कता बरती गयी। कांग्रेस के प्रमुख नेताओं को नजरबंद कर दिया गया, ताकि वे भीड़ लेकर सड़क पर ना आ सकें। लखनऊ में भारत बंद का असर नहीं दिखा और सुबह से ही बाजार खुले रहे। लोगों ने सामान्य दिनों की तरह अपनी दिनचर्या की शुरुआत की।