विश्वविद्यालयों में हैपीनेस सेंटर की हो स्थापना : आनंदीबेन पटेल
- राज्यपाल ने महात्मा ज्योतिबाफुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय, बरेली के नैक हेतु प्रस्तुतिकरण की तैयारी की समीक्षा की
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने राजभवन के प्रज्ञाकक्ष में महात्मा ज्योतिबाफुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय, बरेली के नैक ग्रेडिंग हेतु तैयार प्रस्तुतिकरण के तीसरे चरण की समीक्षा की। राज्यपाल ने छात्राओं की सुरक्षा पर बल देते हुए कहा कि विश्वविद्यालयों में ‘हैपीनेस सेंटर’ की स्थापना होनी चाहिए, जिसमें जाकर छात्र-छात्राएं प्रसन्न हो सकें।
उन्होंने कहा कि इन केन्द्रों में कोई न कोई अध्यापक छात्र-छात्राओं की व्यक्तिगत समस्याओं एवं उनकी परेशानियों को सुनने के लिए उपस्थित रहे और उनकी समस्याओं को सुनकर उसका हल भी ढूढे। ताकि हमारे छात्र-छात्राएं शेरिंग के अभाव में तनावग्रस्त होकर कोई गलत कदम न उठा सकें। हमारे पाठ्यक्रमों में किस तरह का जीवन जीना है, यह भी आना चाहिए। उन्होंने कहा कि वि़द्यालय में होने वाले बेस्ट प्रैक्टिसस जैसे आंगनवाड़ी केन्द्रों के बच्चों को क्या लाभ मिला तथा गोद लिए गये टीबी मरीजों के सापेक्ष कितने ठीक हो रहे हैं, इसका उल्लेख एसएसआर में अवश्य होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जी-20 में अलग-अलग देशों के प्रतिनिधि पधारेंगे, जिनसे परस्पर वार्ता हेतु विभिन्न महत्वपूर्ण विदेशी भाषाओं का ज्ञान रखने वाले छात्रों को तैयार करें। ताकि वे देश-प्रदेश के महत्वपूर्ण पहलुओं के सम्बन्ध में प्रतिनिधियों को समुचित जानकारी प्रदान कर सकें। उन्होंने कहा कि इस हेतु विश्वविद्यालय द्वारा उनके यहां हो रही समस्त गतिविधियों को पैम्फलेट के रूप में तैयार करना चाहिए, जिससे जी-20 के प्रतिनिधियों को प्रस्तुत की जा सके। उन्होंने दीक्षान्त समारोह के फोटोग्राफ्स, जिनमें छात्रों को मेडल तथा इनाम मिला हो, उन्हें भी प्रदर्शित करने साथ ही लाईब्रेरी की टाईमिंग को 8 बजे से बढ़ाकर 10 बजे तक करने को कहा।
राज्यपाल ने कहा कि जब तक विश्वविद्यालय अपनी प्रगति के सम्बंध में तुलनात्मक रिपोर्ट अपडेट नहीं करता है, तब तक लाईब्रेरी, कम्प्यूटर, खेलकूद आदि के क्षेत्र में हुए सुधार के स्तर की जानकारी प्राप्त नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में अध्यापकों को प्रशिक्षण आदि की व्यवस्था की और पूर्व छात्र का सहयोग आदि विश्वविद्यालय के कार्य में मिला हो तो उसका भी उल्लेख होना चाहिए। कहा कि विश्वविद्यालय ने अपने यहां म्यूजियम बनाकर एक अभूतपूर्व एवं उल्लेखनीय कार्य किया है।
बैठक में रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केपी सिंह के नेतृत्व में प्रस्तुतिकरण दिया गया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव राज्यपाल, कल्पना अवस्थी, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा पंकज जॉनी, रूसा की सलाहकार एवं सदस्य उपक्रम डाॅ अंकिता राज तथा विश्वविद्यालय द्वारा नैक तैयारी हेतु गठित टीम के सभी सदस्य तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।