मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप सभी का समर्थन मुझे प्राप्त होगा: द्रोपदी मुर्मू
- एनडीए की बैठक में विधायकों, सांसदों से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार ने मांगा समर्थन
लखनऊ। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू शुक्रवार को लखनऊ पहुंची। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप्र भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक समेत अन्य नेताओं ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। वह लोकभवन में एनडीए के विधायकों, सांसदों की बैठक में शामिल हुईं और समर्थन की अपील कीं।
द्रोपदी मुर्मू ने विधायकों, सांसदों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि वेदों की जननी, महात्मा बुद्ध को ज्ञान और महानिर्वाण प्रदान करने वाली, गंगा जमुना की पावन धरा से आह्लादित पवित्र उत्तर प्रदेश की भूमि को नमन है। उत्तर प्रदेश की इंद्रधनुषी भूमि सांस्कृतिक विविधताओं से सुचित्रित है। यह शांति और अहिंसा का संदेश देने वाले बुद्ध की भूमि है। शिवनगरी काशी यहीं है। गीता का महान उपदेश देने वाले श्रीकृष्ण की मथुरा यहीं है। तो एक भारत श्रेष्ठ भारत का महान संदेश देने वाले श्रीराम के आशीष से अभिसिंचित अयोध्या भी यहीं है।
देश की सबसे बड़ी आबादी वाला यह राज्य सूर कबीर और तुलसी के विचारों से ओतप्रोत है। यह भूमि आंदनमयी ऊर्जा से परिपूर्ण है। शिक्षा, कृषि उद्योग हर दृष्टि से यहां समृद्धि है। देश की स्वतंत्रता आंदोलन में उत्तर प्रदेश की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। स्वाधीनता आंदोलन का यह प्रमुख केंद्र रहा है। आजादी के अमृत वर्ष में आज चंद्रशेखर आजाद, चित्तू पांडेय, बेगम हजरत महल, मंगल पांडेय, गणेश शंकर विद्यार्थी राम मनोहर लोहिया जैसे महान सपूतों की जीवंत स्मृतियां प्रवाहमान हो उठी हैं।
द्रोपदी मुर्मू ने कहा कि इस प्रदेश ने देश को आठ प्रधानमंत्री दिए हैं। यह अंत्योदय के प्रणेता पं. दीनदयाल की भूमि है। श्रद्धेय अटल जी ने यहीं राष्ट्रधर्म पत्रिका का संपादन किया था। विश्व के लोकप्रिय नेता हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कर्मभूमि यही उत्तर प्रदेश है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के इतिहास गौरवपूर्ण रहा है। रामायण महाभारत की रचना यहीं हुई। यहां की कला-संस्कृति और उत्कृष्ट वास्तुकला युगों से प्रसिद्ध है। प्रथम स्वाधीनता संग्राम में प्रदेश की भूमिका यहां के इतिहास को समृद्धि प्रदान करता है। यह बौद्ध और जैन की उद्गम स्थली रही है। यहां पारलौकिक शांति का अनुभव होता है। आजादी के अमृत वर्ष में प्रधानमंत्री ने आगामी 25 वर्षों के लिए देश के विकास की रूपरेखा तय की है। इसकी सफलता में उत्तर प्रदेश की महत्वपूर्ण भूमिका है।
जनजातीय समाज में जन्म लेने वाली एक महिला आज आपके सामने समर्थन मांगने आई है। मैंने अभाव के बावजूद अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति के बल पर उच्च शिक्षा प्राप्त की। कमजोर वंचित तबके और जनजातीय समाज के लिए अजीवन मैंने कार्य किया है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप सभी का समर्थन मुझे प्राप्त होगा। फिर भी यदि मुझे लेकर किसी के मन मे दुविधा है तो मैं कहना चाहूंगी की समाज के सबसे अंतिम पायदान पर खड़ी इस बेटी के साथ आपका हाथ होता तो बहुत अच्छा होता। यह उत्तर प्रदेश की उत्कृष्ट परंपरा का निदर्शन है। मैं प्रदेश के हर सांसद, विधायक से सकारात्मक सहयोग का आह्वान करती हूं।
मुर्मू के समर्थन में यूपी में भी दलीय सीमाएं टूटेंगी: योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने द्रौपदी मुर्मू के स्वागत समारोह में बोलते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी जनप्रतिनिधियों, सांसदों, विधायकों की ओर से प्रदेश की धरती पर हार्दिक स्वागत-अभिनंदन करता हूँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब आभारी हैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जिन्होंने देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद के लिए जनजातीय समाज की एक मातृशक्ति के रूप में सर्वसम्मत चेहरा दिया है। इस निर्णय को न केवल एनडीए के घटक दलों ने सकारात्मक भाव के साथ स्वीकार किया है, बल्कि दलीय सीमाएं टूटती हुई दिख रही हैं।
उड़ीसा के जनजातीय समाज में पैदा हुईं। भाजपा के मूल्यों से जुड़कर अपना सार्वजनिक जीवन प्रारंभ किया। यह प्रेरणास्पद है। विधायक और मंत्री के रूप में अपने दायित्वों का द्रोपदी मुर्मू ने जिस प्रतिबद्धता के साथ निर्वाहन किया, उसकी सर्वत्र सराहना होती है। कभी मूल्यों से विचलित नहीं हुईं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उड़ीसा में बीजद ने उन्हें समर्थन दिया। झारखण्ड में समर्थन मिल रहा है। आंध्र और पंजाब में दलीय सीमा टूटी तो यूपी में भी जरूर टूटेंगी। द्रौपदी जनजातीय समाज से हैं और फिर मातृ शक्ति हैं। उनके निर्वाचन का सहभागी बनकर हमें गौरवान्वित होना चाहिए।
एनडीए को जब भी मौका मिला, कुछ अनुपम करने का प्रयास किया। अटल जी ने भारत रत्न मिसाइल मैन एपीजे अब्दुल कलाम को राष्ट्रपति पद के लिए आगे बढ़ाया। पिछले चुनाव में एक सामान्य कार्यकर्ता रामनाथ कोबिन्द को राष्ट्रपति पद के लिए चुना गया। यह भाजपा और एनडीए में ही सम्भव है। इससे एक नया विश्वास पैदा हुआ है। यही विश्वास देश का संबल है। वहीं भाजपा के सहयोगी दलों में अपना दल एस की नेता व केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, निषाद पार्टी के अध्यक्ष व योगी सरकार में मंत्री संजय निषाद के अलावा केन्द्रीय मंत्री डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय, स्मृति ईरानी, गजेन्द्र सिंह सेखावत समेत अन्य महत्वपूर्ण नेता मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित हुआ भोज
एनडीए की बैठक के उपरांत मुख्यमंत्री आवास पर द्रोपदी मुर्मू के सम्मान में भोज का आयोजन किया गया। इस भोज में भाजपा और उसके सहयोगी दलों के प्रमुख नेता तो शामिल हुए ही, साथ में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के चाचा व प्रसपा के प्रमुख शिवपाल यादव और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर भी पहुंचे। इससे यह कयास लगाया जा रहा है कि विपक्ष में फूट पड़ गयी है। शिवपाल यादव, रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया समेत कुछ विधायकों का समर्थन द्रोपदी मुर्मू को मिलना लगभग तय माना जा रहा है। मालूम हो कि उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगी दलों के अलावा बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती भी द्रोपदी मुर्मू के पक्ष में समर्थन का ऐलान कर चुकी हैं। इस लिहाज से उत्तर प्रदेश से उन्हें भारतीय जनता पार्टी एनडीए के विधायकों और सांसदों के साथ-साथ बहुजन समाज पार्टी का भी समर्थन मिलेगा।
राजा भैया ने समर्थन का किया एलान
जनसत्ता दल के अध्यक्ष व कुंडा प्रतापगढ़ से विधायक रघुराज प्रताप सिंह ने पत्रकारों से कहा कि एनडीए द्वारा द्रोपदी मुर्मू को इस परिस्थिति में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनाया जाना बेहद महत्वपूर्ण है। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी का साधुवाद। यही कारण है भारतीय जनता पार्टी या एनडीए के साथ जो दल नहीं हैं, वह भी मुर्मू का समर्थन कर रहे हैं।