प्रदेश में यूरिया की कोई कमी नहीं : कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि वैश्विक स्तर पर डीएपी, एनपीके, यूरिया की कीमतों में वृद्धि होने के बाद भी भारत सरकार ने देश में उर्वरकों की कीमतों को बढ़ने नहीं दिया है। कृषि मंत्री ने कहा कि खरीफ सीजन के लिए पर्याप्त मात्रा में यूरिया एवं फास्फेटिक उर्वरकों की उपलब्धता कृषकों के लिए प्रदेश के समस्त जनपदों में की गई है। प्रदेश में यूरिया की कोई कमी नहीं है।
शाही ने कहा कि किसानों के हित में सब्सिडी को बढ़ाते हुए अधिकतम विक्रय मूल्य में वृद्धि न करने एवं उर्वरकों के क्रय के लिए कृषकों को भारी राहत दिये जाने के कार्य हेतु प्रदेश के कृषकों की ओर से उत्तर प्रदेश सरकार भारत सरकार का धन्यवाद ज्ञापित करती है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार किसानों की हर कठिनाई का हरसम्भव निराकरण करने के लिए दृढ़ संकल्पित है।
शाही ने बताया कि वैष्विक बाजार में कोविड-19 एवं रूस, यूक्रेन युद्ध के कारण उर्वरकों की कीमतों में एवं उर्वरकों के विनिर्माण में प्रयुक्त होने वाले रॉ-मैटेरियल की कीमतों में अत्यधिक वृद्धि हुई है। वर्ष 2020 के बाद यूरिया उर्वरक की कीमतों में 192 प्रतिशत, डीएपी में 195 प्रतिशत, म्यूरेट आफ पोटाश (एमओपी) में 111 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। वर्तमान में डीएपी उर्वरक रू0 1350/- प्रति बोरी, एनपीके (12ः32ः16) रू0 1470/- प्रति बोरी तथा यूरिया रू0 266.50 प्रति बोरी तथा म्यूरेट ऑफ पोटाश (एमओपी) रू0 1700/- प्रति बोरी की दर पर किसानों के क्रय के लिए उर्वरक बिक्री केन्द्रों पर उपलब्ध है।
प्रदेश के किसानों को गुणवत्तायुक्त उर्वरक सुगमतापूर्वक निर्धारित मूल्य पर उपलब्ध कराये जाने के लिए 01 अप्रैल, 2022 से 31 मई, 2022 तक यूरिया के 8.00 लाख मी0टन लक्ष्य के सापेक्ष 17.11 लाख मी0टन तथा फास्फेटिक 3.25 लाख मी0टन लक्ष्य के सापेक्ष 5.38 लाख मी.टन की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई है।