होली पर्व पर गोदौलिया चौराहे पर हजारों युवाओं की मस्ती में सामूहिक नृत्य देख विदेशी भी झूमे

- काशी में बिखरा रंगों का उल्लास,युवाओं ने जमकर खेली होली, जमी से आसमान तक उड़ा गुलाल
वाराणसी। रंगों के पर्व होली पर बुधवार को काशीपुराधिपति की नगरी में रंगों का उल्लास हर तरफ देखने को मिला। गोदौलिया चौराहे पर फिल्मी होली गीतों की परम्परागत गीतों पर हजारों युवाओं का सामूहिक नृत्य ने लोगों को प्रयागराज की होली की याद दिला दी।
युवाओं की लयबद्ध नृत्य और जमी से आसमान तक उड़ते अबीर गुलाल और रंगों के बीच का सतरंगी नजारा देख विदेशी पर्यटक भी अपने को रोक नही पाये और युवाओं के साथ मिलकर कदम से कदम मिलाते हुए जमकर नृत्य किया। तिथियों के फेर का कसर निकाल युवाओं ने पूरे धूम-धाम से होली खेली। वाराणसी के घाट पर भी जमकर होली खेली गई। जिले के ग्रामीण अंचल में मोहन सराय में युवाओं ने बैंडबाजा की धुन पर बारात निकाल कर नाचते गाते होली का जश्न मनाया और जमकर होली खेली।
बाबा विश्वनाथ धाम में मंगलवार देर शाम भक्तों के साथ प्रदेश के राज्यमंत्री रविन्द्र जायसवाल,कमिश्नर कौशलराज शर्मा, मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने फूलों की होली खेली। धाम में लोगों ने काशीपुराधिपति को रंग गुलाल अर्पित कर फूलों की होली खेली। लोगों ने एक दूसरे के चेहरे पर गुलाल लगाकर होली की बधाई दी तो कई जगहों पर होली की शुभकामना के बीच गुझिया खिलाकर लोगों ने एक दूसरे का मुंह भी मीठा कराया।
मंगलवार शाम को होलिका दहन के साथ ही काशी में रंग की खुमारी छाने लगी थी।अस्सी घाट पर आयोजित सांयकालीन गंगा आरती में श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्ष कर होली खेली गयी। गंगा आरती में शामिल नागरिकों पर पुष्प वर्षा हुई तो पूरा घाट हर-हर महादेव के उद्घोष से गूंज उठा। श्रद्धालुओं ने गंगा आरती आयोजन समिति के इस पहल को जमकर सराहा। गंगा आरती के व्यवस्थापक विकास पांडेय ने बताया कि होली का पर्व काशी में रंगभरी एकादशी से ही शुरू हो जाता है। ऐसे में होली की पूर्व संध्या पर आरती में शामिल होने आये श्रद्धालओं पर पुष्प वर्ष कर होली खेली गयी।