डिप्टी कलेक्टर पूजा ने आईपीएस बनने का सपना किया साकार
- पहली बार में यूपीपीसीएस में पूजा सोनी बारहवीं रैंक मिली
- बीजेपी की महिला मोर्चा की तमाम पदाधिकारियों ने जताई खुशी
हमीरपुर। हमीरपुर में पांच महीने ट्रेनिंग पर आई एक महिला ने यूपीएससी में 401वीं रैंक हासिल कर आईपीएस बनने का सपना साकार किया है। इस कामयाबी पर यहां डीएम और बीजेपी की महिला मोर्चा की तमाम पदाधिकारियों ने खुशी जताई है। यह महिला किसान की बेटी है।
पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की निवासी पूजा सोनी के पिता महेश प्रसाद सोनी किसान है। इसने पन्ना जिले के नवोदय विद्यालय से इण्टरमीडियेट तक पढ़ाई की फिर ग्रेजुएट करने के बाद जबलपुर से इन्होंने इंजीनियरिंग की। वहीं पर यूपीपीसीएस व एमपीपीसीएस की तैयारी शुरू की। पिछले साल यूपीपीसीएस में इनका चयन भी हो गया। पहली बार में यूपीपीसीएस में इन्हें बारहवीं रैंक मिली। इस साल 30 जनवरी को यह ट्रेनिंग पर यहां हमीरपुर आई थी और तभी से वह डिप्टी कलेक्टर के पद पर काम देख रही है। यूपीएससी के परीक्षा परिणाम आते ही यहां अधिकारियों में खुशी की लहर दौड़ गई है।
डीएम डा.चन्द्रभूषण त्रिपाठी, एडीएम रमेश चन्द्र सहित अन्य तमाम अधिकारियों ने उन्हें इस सफलता पर बधाई दी है। जबकि भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यकारिणी की सदस्य आशा कबीर, नीलम भारती, राधा चौरसिया व नीलम बाजपेई ने पूजा सोनी को फूलों का माला पहनाकर सम्मान किया है।
पिता और भाई ने प्रशासनिक सेवा के लिए भरा था जोश
यूपीएससी की परीक्षा में पहले ही प्रयास में 401वीं रैंक हासिल करने वाली पूजा सोनी ने बताया कि माता और पिता ने उन्हें आगे बढ़ने के लिए हर परिस्थिति में साथ दिया है। पिता के अलावा भाईयों ने भी प्रशासनिक सेवा में भाग्य आजमाने के लिए जोश भरा था। इसीलिए आज यूपीएससी में उन्हें बड़ी सफलता मिली है। बताया कि यहां हमीरपुर में ट्रेनिंग के दौरान यूपीएससी की तैयारी में छह से सात घंटे तक पढ़ाई की गई है।
बचपन में ही प्रशासनिक सेवा में जाने का देखा था सपना
पूजा सोनी शुरू से ही पढ़ने में होशियार थी। दसवीं की परीक्षा में 89, इण्टरमीडियेट में 87 व ग्रेजुएट में 91 फीसदी अंक हासिल किए थे। पूजा ने बताया कि प्रशासनिक सेवा में इन्ट्री मारने के लिए बचपन में ही सपना देखा था इसके लिए छह से सात घंटे तक पढ़ाई की गई है। कोरोना संक्रमण काल में बीमार होने के बाद भी यूपीएससी की परीक्षा के लिए तैयारी में जुटी रही जिससे पहली बार में ही उन्हें यूपीएससी में 401वीं रैंक मिली है।