वाराणसी: कांग्रेस नेता अजय राय के खिलाफ झूठा बयान देने का मामला दर्ज, जानें मामला

वाराणसी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक अजय राय के खिलाफ यहां झूठा बयान देने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गयी है। अजय राय ने एक ट्वीट कर आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के इशारे पर पिछली 13 फरवरी को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के विमान को वाराणसी में उतरने की इजाजत नहीं दी गयी थी।
इस संबंध में हवाई अड्डा प्रशासन का कहना था कि अजय राय ने झूठा बयान देकर एयरपोर्ट अर्थारिटी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया है। हवाई अड्डा के कार्यकारी निदेशक अजय पाठक ने शुक्रवार देर शाम अजय राय के खिलाफ फूलपुर थाने में आईपीसी की धारा 500, 501 और 505 के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। इस बीच कांग्रेसी नेता ने एक बार फिर कहा कि प्रशासन भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रहा है और वह अपने खिलाफ दर्ज मामले से डरने वाले नहीं हैं।
दरअसल, बाबतपुर में लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के अधिकारियों ने 14 फरवरी को एक ट्वीट में कांग्रेस के उन पर लगाए गए आरोपों से इनकार किया था कि भाजपा सरकार के दबाव में राहुल गांधी के विमान को वाराणसी हवाई अड्डे पर उतरने की अनुमति नहीं दी गई थी। हवाई अड्डा प्रशासन का तर्क था कि 13 फरवरी को रात करीब सवा नौ बजे एआर एयरवेज ने वाराणसी हवाई अड्डे पर ईमेल भेजकर उड़ान रद्द करने की सूचना दी थी।
उनका कहना था कि उड़ान ऑपरेटर द्वारा रद्द कर दी गई थी और इसमें हवाई अड्डा प्रशासन की कोई भूमिका नहीं थी। पूर्व विधायक अजय राय ने आरोप लगाया था कि भाजपा सरकार के दबाव में राहुल गांधी के विमान को वाराणसी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने की अनुमति नहीं दी गई थी। वह 13 फरवरी की शाम गांधी की अगवानी करने के लिए अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ हवाई अड्डे पर थे। राहुल गांधी को कमला नेहरू मेमोरियल अस्पताल में एक समारोह में भाग लेने के लिए प्रयागराज जाना था। उनका विमान केरल के कन्नूर से वाराणसी हवाई अड्डे पर उतरने वाला था, लेकिन योजना बदल दी गई और गांधी का विमान सीधे दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरा।