महाशिवरात्रि पर कहीं होगा भोले का श्रृंगार तो कहीं से निकलेगी बारात

- लखनपुरी के छोटी काशी में जोर-शोर से चल रही महाशिव रात्रि की तैयारियां
लखनऊ। भगवान भोलेनाथ का व्रत- पूजन पर्व महाशिवरात्रि को लेकर लखनपुरी के शिवालयों में तैयारियां जोर-शोर से चल रही है। मंदिरों की धुलाई-सफाई का काम हो रहा है। शहर में छोटी काशी कहे जाने वाले पुराने क्षेत्र में भगवान शिव के दर्जन भर से अधिक प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर है, जहां भक्तों की बड़ी आस्था है। मंदिरों में कहीं भगवान का अभिषेक व श्रृंगार होगा तो कहीं से भोलेनाथ की बारात निकलेगी। इन दिनों वहां का माहौल शिवमय हो गया है।
पुराने शहर में डालीगंज स्थित श्रीमनकामेश्वर मंदिर, चैक के कोनेश्वर मंदिर, नादान महल रोड स्थित श्रीसिद्धनाथ मंदिर, चैपटिया, रानीकटरा के बड़ा शिवालय व छोटा शिवालय सहित अन्य मंदिर है, जहां पूजन-अर्चन की तैयारियां चल रही है। श्रीमनकामेश्वर मंदिर में धुलाई का काम चल रहा था। शुक्रवार को मंदिर को बिजली की झालरों से सजाया जाएगा। शिवरात्रि पर सुबह आरती के बाद भक्तों के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे। दिनभर दर्शन का क्र्रम चलेगा और शाम को 7ः30 बजे से आरती होगी। उससे पहले श्रंृगार किया जाएगा। उसके बाद देर रात तक फिर दर्शन कराए जाएंगे।
चैक के श्रीकोनेश्वर मंदिर में भी भगवान का सुबह से अभिषेक एवं श्रृंगार किया जाएगा। मंदिर के मुख्य आचार्य दिनेश कुमार झींगरन ने बताया कि शाम को 20 पंडितों द्वारा दूध, दही, दूर्वा आदि चीजों रूद्राभिषेक किया जाएगा। उसके बाद रात 12 बजे के बाद पुनः पूजा की जाएगी। उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि के तीसरे दिन से शिवमहापुराण कथा आयोजित की जाएगी।
इसके अलावा ठाकुरगंज स्थित बाबा कल्याणगिरी मंदिर से महाशिवरात्रि पर बाबा भोले नाथ की धूमधाम से बारात निकाली जाएगी। जो कोनेश्वर मंदिर तक आकर पुनः वापस मंदिर लौट जाएगी। रानीकटर के बड़ा शिवालय से भी भोले बाबा की बारात निकली जाएगी। यह बारात मंदिर से उठकर चैपटिया, भोलेनाथ कुंआ होते हुए निकलेगी। यह जानकारी मंदिर के वरिष्ठ सेवक लक्ष्मीकांत पाण्डे ने दी। इसके अलावा नरहीं स्थित श्रीज्ञानेश्वर ओम् मंदिर से बाबा की बारात निकाली जाएगी। यह जानकारी संयोजक सुभाष श्रीवास्तव ने दी। इसके अलावा सिद्धनाथ मंदिर, बड़ा शिवालय सहित अन्य मंदिरों में पूजन किया जाएगा।