यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने अपने देश पर लगातार हो रहे रूस के हमले के दौरान मंगलवार को ब्रिटेन के संसद को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को धन्यवाद दिया. उन्होंने संसद से रूस को ‘‘आतंकवादी देश’’ के रूप में घोषित करने के साथ और अधिक सख्त प्रतिबंधों का आह्वान किया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि देश के हवाई क्षेत्र सुरक्षित हैं. यूक्रेन के 44 वर्षीय राष्ट्रपति जेलेंस्की ने वीडियो लिंक के माध्यम से निचले सदन ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ को संबोधित करते हुए ‘‘ऐतिहासिक’’ भाषण दिया. जेलेंस्की का सांसदों ने खड़े होकर अभिवादन किया.
जेलेंस्की ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हम पश्चिमी देशों की सहायता के लिए आपकी मदद चाहते हैं. हम इस मदद के लिए आभारी हैं और बोरिस, मैं आपका आभारी हूं. ’’ यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘कृपया इस देश (रूस) के खिलाफ प्रतिबंधों को बढ़ाएं और कृपया इस देश को एक आतंकवादी देश घोषित करें. कृपया सुनिश्चित करें कि हमारे यूक्रेन का आसमान सुरक्षित रहे.’’ जेलेंस्की ने ब्रिटेन की संसद को संबोधित करते हुए कहा कि उनका देश रूस के आक्रमण के खिलाफ आखिरी सांस तक लड़ता रहेगा. उन्होंने ने ब्रिटिश सांसदों से कहा कि ‘‘हम हार नहीं मानेंगे और हारेंगे भी नहीं.’’
जेलेंस्की ने दुनिया को दिया भावुक मैसेज
वहीं रूसी सैनिकों का हमला झेल रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने दुनिया को भावुक मैसेज दिया है. उन्होंने कहा कि अगर दुनिया ऐसे ही दूर खड़ी रही तो हम हार जाएंगे. हम अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं. जेलेंस्की ने यूक्रेन के शहरों और नागरिकों को रूसी बमों से नहीं बचाने के लिए पश्चिमी मुल्कों को दोषी ठहराया है. उन्होंने कहा कि पश्चिमी मुल्क पिछले 13 दिनों में स्पष्ट रूप से जरूरी फैसले लेने में विफल रहे हैं. ये मुल्क यूक्रेन को बमों से बचाने में भी विफल रहे हैं. जेलेंस्की का इशारा यूक्रेन को नो फ्लाई जोन घोषित नहीं करने और रूसी हमलों को सीमित करने में विफल रहने की तरफ था.
जेलेंस्की ने रूस को बताया निर्दोश लोगों का हत्यारा
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि रूस को निर्दोष लोगों की हत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए. लेकिन पिछले 13 दिनों से चल रही जंग की साझा जिम्मेदारी पश्चिमी देशों की भी है, जो जरूरी फैसले को मंजूरी नहीं दे पाए हैं. इन मुल्कों ने बमों और मिसाइलों से यूक्रेन को नहीं बचाया है.’ उन्होंने कहा, ‘रेड क्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति हमें मानवीय मिशन वाहनों पर उनके प्रतीक का उपयोग करने से मना कर रही है. यह बहुत हैरान करने वाला है.’ जेलेंस्की इस युद्ध में एक बड़ा चेहरा बनकर उभरे हैं, जो अभी तक रूस के साथ लोहा ले रहे हैं.