यूपी चुनाव में इस बार 33 हिंसा की घटनाएं रिकॉर्ड, पुलिस का दावा- 2017 के मुकाबले घटी संख्या
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मतदान सातों चरणों के पूरे हो चुके हैं. अब 10 मार्च को मतगणना के बाद नतीजे सामने आएंगे. इस बीच मंगलवार को उत्तर प्रदेश पुलिस ने दावा किया कि 2017 के विधानसभा चुनाव की अपेक्षा राज्य में 2022 के विधानसभा चुनाव में हिंसा कम हुई है.
एडिशनल डीजीपी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने मंगलवार को जारी एक बयान में शांतिपूर्ण और न्यूनतम हिंसक घटनाओं व बिना किसी जनहानि के मतदान प्रक्रिया संपन्न कराने का दावा किया. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव से संबंधित हिंसा की घटनाओं की संख्या 2017 में 97 से घटकर 2022 में 33 रह गई. बयान के मुताबिक 2017 के विधानसभा निर्वाचन में कुल 97 चुनावी हिंसा घटित हुईं, जिसमें मतदान दिवसों के पहले 75 घटनाएं और मतदान के दिन 22 घटनाएं हुई थीं.
28 घटनाएं मतदान से पहले और 5 बाद में हुईं
एडिशनल डीजीपी का कहना था कि इस बार के विधानसभा चुनाव में कुल 33 चुनावी हिंसा की घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिनमें 28 घटनाएं मतदान से पहले और पांच घटनाएं मतदान के दिन हुईं. इन घटनाओं में कोई भी व्यक्ति गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ है और न ही किसी की मौत हुई है. उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए 7 चरणों में मतदान हुआ और पहला चरण 10 फरवरी को और सातवां चरण सात मार्च को था. अब दस मार्च को मतगणना होनी है.
250 कंपनी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की तैनात
बयान के अनुसार, राज्य में 10 मार्च को होने वाली मतगणना की व्यापक तैयारी के संदर्भ में बयान में कहा गया कि मतगणना के लिए कुल 250 कंपनी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल सभी जिलों में भेजी गई है, जिनमें 36 कंपनी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की सुरक्षा के लिए और 214 कंपनी मतगणना व कानून-व्यवस्था के लिए निर्धारित की गई है. मतगणना के लिए 61 कंपनी पीएसी भी जिलों में भेजी गई है. इनके साथ ही उप्र पुलिस के 65 राजपत्रित अधिकारी 1807 निरीक्षक, 9598 उपनिरीक्षक, 11,627 मुख्य आरक्षी और 48,649 आरक्षी भी नियुक्त किये गये हैं.
छठे चरण में हुई 55.7 फीसदी वोटिंग
आपको बता दें, तीन मार्च को छठे चरण में 10 जिलों की 57 सीटों पर वोट डाले गए. इस चरण में 55.70 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. जहां वोटिंग हुई उनमें बलरामपुर, अंबेडकर नगर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संत कबीर नगर, महाराजगंज, कुशीनगर, गोरखपुर, देवरिया और बलिया जिले में शामिल थे.
पांचवें चरण में 57.32 फीसदी मतदान
वहीं, पांचवें चरण के 12 जिलों में 61 सीटों पर उतरे 692 उम्मीदवारों की किस्मत अब ईवीएम में कैद हो गई है. पांचवें चरण में 57.32 फीसदी मतदान हुआ, जो चार चरणों से कम ही रहा. इस फेज में अयोध्या, प्रयागराज, चित्रकूट जैसे धार्मिक नगरी में मतदान हुए तो अमेठी, बाराबंकी, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, बहराइच और कौशांबी की सीटों पर मतदान रहे.
चौथे चरण में 60.70 फीसदी वोटिंग
वहीं, चुनाव आयोग के मुताबिक, चौथे चरण में 60.70 फीसदी मतदान हुआ है. निर्वाचन आयोग के ऐप से प्राप्त जानकरी के मुताबिक, पीलीभीत में 67.16 फीसदी, लखीमपुर खीरी में 65.54 प्रतिशत, सीतापुर में 62.66 फीसदी, हरदोई में 58.99 प्रतिशत, उन्नाव में 57.73 फीसदी, लखनऊ में 56.96 प्रतिशत, रायबरेली में 61.90 फीसदी, बांदा में 57.74 प्रतिशत और फतेहपुर में 60.07 फीसदी वोट पड़े.
दूसरे चरण में 64 तो पहले चरण में 62 फीसदी हुई वोटिंग
दूसरे चरण में 9 जिलों की 55 सीटों पर 64.42 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इस चरण में 586 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई. वहीं, पहले चरण के मतदान के दौरान 62 फीसदी मतदान हुआ था.
(इनपुट – भाषा)