हम अपने कर्तव्य को भली-भांति समझें और पालन करें: सुरेश कुमार खन्ना
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना की अध्यक्षता में संविधान दिवस के अवसर पर लोक भवन के सभागार में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में संविधान की आत्मा उद्देशिका का पाठन किया गया। सुरेश कुमार खन्ना ने अपने संबोधन में कहा कि 26 जनवरी, 1950 को संविधान हमारे देश में लागू हुआ, लेकिन संविधान सभा द्वारा 26 नवंबर, 1949 को ही संविधान अंगीकृत कर लिया गया था। उन्होंने कहा कि 2015 से पहले संविधान दिवस मनाने के संबंध में कोई विचार नहीं किया, परंतु भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी धन्यवाद के पात्र हैं, जिन्होंने पूरे देश में ‘संविधान दिवस’ के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम के रूप में मनाए जाने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने कहा कि संविधान की प्रस्तावना के साथ मौलिक कर्तव्यों का भी विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि हम अधिकारों की बात तो करते हैं परंतु अधिकार तब तक नहीं मिल सकते जब तक उससे जुड़े व्यक्ति अपने कर्तव्य का पालन न करें। उन्होंने कहा कि हमारे संविधान निर्माताओं ने दुनिया के संविधान में जो अच्छी चीजें थीं, उसको भारतीय संविधान में समाहित किया है। उन्होंने डॉ भीमराव अंबेडकर के एक वक्तव्य को कोट करते हुए कहा कि संविधान कितना भी अच्छा क्यों ना हो, उसे लागू करने वाले की मनसा और कार्य करने की शैली प्रभावी रहती है।
श्री खन्ना ने मौलिक कर्तव्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद-51क में 11 मौलिक कर्तव्यों का उल्लेख है। संविधान दिवस पर इन मौलिक कर्तव्यों का विशेष महत्व है, जिससे कि इस अवसर पर हम इन कर्तव्यों को अवश्य याद करें और उनका पालन करें। अधिकारों का महत्व तभी है जब हम अपने कर्तव्य को भली-भांति समझें और उसका पालन करें।
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि हमारा लोकतंत्र दुनिया का सबसे प्राचीनतम लोकतंत्र है और उस लोकतंत्र का प्राण हमारे संविधान में बसता है। संविधान निर्माताओं ने तमाम देशों के संविधानों का अध्ययन करने के उपरांत अपने देश की संस्कृति, चेतना और विरासत को समावेशित करते हुए इस संविधान का निर्माण किया है।कार्यक्रम में नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार गुलाब देवी एवं राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम, सतीश शर्मा, अनूप प्रधान बाल्मीकि, रजनी तिवारी, राकेश राठौर, संजीव कुमार आदि भी उपस्थित रहे।