‘अब तोहे राम दुहाई’..
- संगीत कमल संस्थान की मासिक संगीत सभा में डॉ. सृष्टि माथुर ने दी प्रस्तुति
लखनऊ। हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत को लोकप्रिय बनाने के लिए संगीत कमल संस्थान की ओर से प्रतिमाह संस्थान के सीतापुर मार्ग स्थित परिसर में मासिक संगीत सभा का आयोजन किया जाता है। इसी क्रम में रविवार को आयोजित बैठक में डॉक्टर सृष्टि माथुर ने शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति दी।
डॉक्टर सृष्टि वर्तमान में भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय की गायन विभाग की अध्यक्ष हैं। उन्होंने राग-पूर्वी को विलंबित, खयाल रूपक ताल में सुनाया, जिसके बोल थे ’अब तोहे राम दुहाई’…। इसके बाद उन्होंने द्रुत खयाल में तीन ताल ’काजर कारे’ सुनाया। इस राग के उपरांत उन्होंने राग चारुकेशी में एक सुंदर रचना प्रस्तुत की। गायन के साथ तबले पर विश्वविद्यालय के ही ताल वाद्य विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर मनोज मिश्रा और हारमोनियम पर डॉक्टर बीजू भगवती ने बहुत ही सुंदर संगत की।
इससे पहले कार्यक्रम का आरंभ संस्थान के छात्र कार्तिकेय सिंह और स्वास्तिक आर्य ने सरस्वती वंदना से किया। अक्षय अवस्थी ने राग ’मारू ’विहाग’ की प्रस्तुति दी। उनके साथ मनीष मिश्रा ने तबले पर और श्रवण यादव ने हारमोनियम पर संगत की। सरोद वादक अभिजीत राय चौधरी एवं संस्थान के संस्थापक राहुल अवस्थी ने कलाकारों का स्वागत किया और संस्थान की गतिविधियों की जानकारी दी।