
रीवा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश के रीवा में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर आयोजित पंचायती राज सम्मेलन कार्यक्रम को संबोधित किया। एसएएफ ग्राउंड पर आयोजित कार्यक्रम में पीएम मोदी ने 17,000 करोड़ की लागत वाली परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर बिना किसी का नाम लिए कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि आजादी के बाद की सरकारों ने पंचायती राज व्यवस्था को ही ध्वस्त कर दिया और जिस दल ने सबसे ज्यादा समय सरकार चलाई, उसी ने गांवों का भरोसा तोड़ा। श्री मोदी यहां राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi ने मध्य प्रदेश के रीवा में 'राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस 2023' के अवसर पर अमृत सरोवर और स्वामित्व योजना समेत कई विकास परियोजनाओं की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। pic.twitter.com/VWkt2iMSiq
— BJP (@BJP4India) April 24, 2023
इस दौरान राज्यपाल मंगुभाई पटेल, प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, कपिल मोरेश्वर पाटिल, फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रहलाद पटेल, साध्वी निरंजन ज्योति, सांसद और भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा के अतिरिक्त प्रदेश सरकार के कई मंत्री उपस्थित रहे।
इस अवसर पर मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों ने पंचायतों के साथ भेदभाव किया। वर्ष 2014 में भाजपा सरकार ने आने के बाद पंचायतों के लिए वित्त आयोग का अनुदान दो लाख करोड़ रुपए से ज्यादा किया गया। पूर्ववर्ती सरकार में देश की लगभग 70 ग्राम पंचायतों में ऑप्टिकल फाइबर कनेक्टिविटी की योजना बनाई, जिसे भाजपा सरकार ने दो लाख तक पहुंचाया।
पंचायती राज संस्थाएं लोकतंत्र की भावना को बढ़ावा देने के साथ हमारे नागरिकों के विकास की आकांक्षाओं को पूरा करती हैं। https://t.co/WJVhhWnj36
— Narendra Modi (@narendramodi) April 24, 2023
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के पहले जिस पंचायती राज व्यवस्था को इतनी अहमियत दी जाती थी, आजादी के बाद की सरकारों ने उस व्यवस्था को ही ध्वस्त कर दिया। महात्मा गांधी कहते थे कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है, लेकिन कांग्रेस ने गांधी के विचारों को भी अनसुना कर दिया। 90 के दशक में इस व्यवस्था के नाम पर खानापूर्ति की गई, पर जरूरत के हिसाब से इस ओर ध्यान नहीं दिया गया।
वर्ष 2014 के बाद से सरकार ने पंचायतों के सशक्तिकरण की ओर ध्यान दिया। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से जिस दल ने सबसे ज्यादा समय तक सरकार चलाई, उसी ने गांवों का भरोसा तोड़ दिया। गांवों के स्कूल, सड़कें, बिजली, भंडारण व्यवस्था और अर्थव्यवस्था जैसी चीजें कांग्रेस शासन में सरकारी प्राथमिकताओं में सबसे नीचे पायदान पर रहे।
मोदी ने कहा कि भाजपा सरकार ने गांवों के साथ हो रहे इस सौतेले व्यवहार को रोकते हुए गांवों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। गांवों में गरीबों के लिए लगभग तीन करोड़ घर बनवाए गए, जिनमें से ज्यादातर घरों में मालिकाना हक महिलाओं का है। इस के साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे एक घर की कीमत लगभग एक लाख रुपए से ज्यादा है, इस प्रकार भाजपा सरकार ने देश में करोड़ों ‘दीदियों’ को लखपति बना दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत में आयोजित प्राकृतिक खेती से संबंधित नृत्य नाटिका का संदर्भ देते हुए मोदी ने कहा कि प्राकृतिक खेती को लेकर देश में व्यापक काम शुरू हुआ है। कैमिकल वाली खेती से धरती को नुकसान पहुंच रहा है। प्राकृतिक खेती को लेकर पंचायत स्तर पर जन जागरुक अभियान चलाया जाना चाहिए।
इससे पहले उन्होंने मध्यप्रदेश के रीवा में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 4 लाख 11 हजार लोगों का वर्चुअल गृह प्रवेश कराया। 17 हजार करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दी। इसमें जल जीवन मिशन की 7,853 करोड़ की लागत से तैयार 5 जल आपूर्ति से जुड़ी योजनाओं का शिलान्यास और 2300 करोड़ से अधिक की रेल परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास शामिल है।