निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने रविवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को उनके खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती दी। ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ करने के विवाद को लेकर पिछले महीने मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार की गयी नवनीत राणा को हाल में जमानत मिली है। उन्होंने यह भी दावा किया कि मुंबई के लोग और भगवान राम नगर निकाय चुनावों में शिवसेना को सबक सिखाएंगे। शिवसेना अध्यक्ष ठाकरे ने मई 2020 को महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य के तौर पर शपथ ली थी।
वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के साथ गठबंधन के बाद नवम्बर 2019 में मुख्यमंत्री बने थे। इससे पहले वह राज्य विधानसभा के सदस्य नहीं थे। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद रविवार को पत्रकारों से बातचीत में नवनीत राणा ने कहा, मैं उद्धव ठाकरे जी को एक निर्वाचन क्षेत्र का चुनाव करने और लोगों द्वारा सीधे निर्वाचित होने की चुनौती देती हूं। मैं उनके खिलाफ लडूंगी। मैं ईमानदारी के साथ कठिन मेहनत करूंगी और चुनाव जीतूंगी तथा उद्धव ठाकरे का लोगों की ताकत का पता चल जाएगा।
सांसद ने कहा, मैंने क्या अपराध किया था कि मुझे 14 दिनों तक जेल में रहना पड़ा? आप मुझे 14 साल के लिए जेल में डाल सकते हो लेकिन मैं भगवान राम और हनुमान का नाम लेना बंद नहीं करूंगी। मुंबईवासी और भगवान राम निकाय चुनावों में शिवसेना को सबक सिखाएंगे। नवनीत राणा ने यह भी कहा कि वह मुंबई में प्रचार करेंगी और शिवसेना के ‘भ्रष्ट शासन’ को खत्म करने के लिए ‘राम भक्तों’ का समर्थन करेंगी।